“बीजेपी का घोषणा पत्र और लोकसभा चुनाव – 2024” (BJP’S Manifesto and Lok Sabha Election-2024)
दिनांक: 11/05/2024
सेंटर फॉर स्टडी ऑफ़ डेमोक्रेसी एंड कल्चर (सीएसडीसी) के तत्वावधान में आज दिनांक 11 मई 2024 को “बीजेपी का घोषणा पत्र और लोकसभा चुनाव – 2024” (BJP’S Manifesto and Lok Sabha Election-2024) पर AB-10 पंडारा रोड ,नई दिल्ली के सेमिनार कक्ष में परिचर्चा हुई | परिचर्चा के मुख्य अतिथि माननीय राजीव चंद्रशेखर , भारत सरकार में राज्यमंत्री, स्किल डेवलपमेंट और इंटरप्रेन्योरशिप, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार तकनीकी थे |
परिचर्चा की शुरुआत सीएसडीसी के मानदनिदेशक और राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा केऔपचारिक स्वागत भाषण से हुयी जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किये गये विकास कार्यो को आधार वाक्य के रूप में रखा.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किये गये विकासकार्य और चुनावीवादे को केंद्र में रखकर माननीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने अपनी बातरखी | उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का चुनावी घोषणापत्र ‘संकल्पपत्र’ के रूप में देश की जनता के सामने है जिसे हमसभी ‘मोदीकीगारंटी 2024’ के रूप में जानते हैं| उन्होंने मोदी सरकार द्वारा भारत की सांस्कृतिक पुनरुथान, संस्थाओ के विउपनिवेशिकरण, और नयी शिक्षानीति जैसे उपलब्धियों को गिनाया.
परिचर्चा में श्री गुलाम अली खटाना, राज्यसभा सांसद, जम्मूकश्मीर और प्रो. तारिकमंसूर, पूर्ववाईसचांसलर, अलीगढ़ मुस्लिम विश्विद्यालय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बीजेपी, विधान परिषद्सदस्य, उत्तर प्रदेश भी विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थे. श्री गुलाम खटाना ने जम्मूकश्मीर में मोदीसरकार द्वारा किये गए विकासकार्यो, अनुच्छेद- 370 के बाद बदले सामाजिक-राजनितिक हालातो में आये सकारात्मक परिवर्तन को रेखांकित किया. वही श्री तारिक मंसूर ने भारत में मुस्लिम अल्प्सख्यको के लिए किये गए प्रयासों को गिनाया.
परिचर्चा में दिल्ली और देश के प्रमुख विश्विद्यालयो के जैसे जे. एन, यू, दिल्ली विश्विद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रोफेसर, बुद्धिजीवी, अधिवक्ता, शोधछात्रो और प्रबुद्ध पत्रकारों ने सहभाग कियाऔर मोदीसरकार द्वारा किये गए चुनावीवादे, उनकी उपलब्धि, और दुनिया में भारत की बढ़ती छवि को केंद्र में रखकर सवाल भी पूछे जिसका मुख्य अतिथि ने जवाब दिया.
प्रो. राकेश सिन्हा ने परिचर्चा के बीच में मोदीसरकार द्वारा लागू की गयी नयी शिक्षानीति और राममंदिर के निर्माण के रूप में सास्कृतिक पुनरुथान के रूप में सकारत्मक हस्तक्षेप किया.
कार्यक्रम का संचालन प्रो सुमन कुमार ने किया और अंत में प्रो चंद्रचूड सिंह ने परिचर्चा में आये अतिथियों और बुद्धिजीविओ, सीएसडीसी के कार्यक्रम संयोजक डॉ रामबिलाश यादव, डॉ मीनू कुमारी , विकास कुमार और अन्य सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन किया.